Satish Balram Agnihotri blog - In a Land of Dirt Roads

फिर एक बार जीत गया है बकासुर
एकचक्रा में आज शांति है
स्मशान शांति

हरिणियों के आंसुओं पर
पसरा हुआ है
सन्नाटा सा

पुरस्कारों के तवे पर
प्रचार की रोटी सेंकनेवालों का
आज है मौन व्रत

क्यों न हो
किस सत्ताधीश को नहीं प्यारा
हरिणी का शरीर
बकासुर को मालूम है
व्यवस्था की यह तासीर

बेबस हरिणियों ने अब
कर दिया है
लोक का अंतिम संस्कार
और तंत्र के आगे
आत्म समर्पण

छवि सौजन्य: पिक्साबे

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